Tuesday, September 1, 2009

ए-1 कोच के उस केबिन में कोई यात्री ही नहीं था।

हजरत निजामुद्दीन (दिल्ली) से बांद्रा टर्मिनल (मुंबई) के बीच चलने वाली महाराष्ट्र संपर्क क्रांति के एसी कोच ए-1 में लड़की की लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। लाश एक कपड़े के बैग में रखी थी। लाश का पता चलने पर गाड़ी मथुरा स्टेशन पर रुकवाई गई। रात 9 बज कर 35 मिनट पर चलने वाली इस गाड़ी का दिल्ली से कोटा के बीच कोई स्टॉपेज नहीं है। इसके चलते यह साफ है कि लाश को दिल्ली में ही चढ़ाया गया। लड़की की उम्र करीब 14-15 साल बताई गई है। उसकी गर्दन टूटी हुई है। बताया जा रहा है कि ए-1 कोच के उस केबिन में कोई यात्री ही नहीं था। बर्थ नंबर 1 से 4 तक खाली थे। मथुरा स्टेशन से पहले किसी की नजर बर्थ नंबर-1 के नीचे रखे बैग पर पड़ी, तो उसने गार्ड को उसकी जानकारी दी। गार्ड ने मौके पर पहुंच कर बैग खोल कर देखा तो उसमें टीनएजर की लाश मिली। उसने तुरंत मथुरा स्टेशन को इसकी जानकारी दी। स्टेशन पर जीआरपी ने लाश को अपने कब्जे में ले लिया। आगरा डिवीजन के डीएससी पंकज गंगवार ने बताया कि हत्या की वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगी। लेकिन देखने से ऐसा लग रहा जैसे उसकी गर्दन तोड़ी गई है। उन्होंने बताया कि हो सकता है कि बैग में रखने के चलते ऐसा हो गया हो। उन्होंने बताया कि इस बात का पता लगाया जा रहा है कि केबिन के चारों बर्थ किसके नाम पर बुक थे। निजामुद्दीन जीआरपी को इसकी सूचना दे दी गई है।

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