Tuesday, May 5, 2015

केंद्र सरकार के लोकसभा में दिए गए लिखित बयान पर काफी अचंभित

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर एमएन सिंह डॉन दाऊद इब्राहिम पर केंद्र सरकार के लोकसभा में दिए गए लिखित बयान पर काफी अचंभित हैं । सरकार ने मंगलवार सुबह लोकसभा में जानकारी दी थी कि उसके पास भारत के मोस्ट वॉन्टेड डॉन दाऊद इब्राहिम के ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं है।
सिंह ने एनबीटी से कहा कि सरकार का यह बयान भ्रमित करने वाला भी है और अचंभित करने वाला भी। सरकार के इस बयान के अलग-अलग अर्थ लगाए जा सकते हैं। इसका एक मतलब यह हो सकता है कि सरकार को यह तो पता है कि दाऊद पाकिस्तान में है, पर वह पाकिस्तान में किस ठिकाने पर है, इसकी लोकेशन शायद सरकार को पता नहीं। इस बयान का दूसरा मतलब यह निकाला जा सकता है कि सरकार को दाऊद के असल ठिकाने के बारे में कुछ भी पता नहीं। इसका एक अर्थ यह भी हो सकता है कि सरकार की नजर में दाऊद पाकिस्तान में ही नहीं है। सिंह के अनुसार, पिछले 2 दशक से केंद्र सरकार का दाऊद के पाकिस्तान में ही होने का जो स्टैंड रहा है, मंगलवार को सरकार का ताजा बयान उस स्टैंड से एकदम अलग है।
दाऊद 12 मार्च, 1993 को मुंबई में हुए धारावाहिक बम धमाकों का मास्टरमाइंड है और इसलिए मुंबई पुलिस की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में उसका नाम सबसे ऊपर है। सिंह कहते हैं, 'उस ब्लास्ट की साजिश दुबई में रची गई थी। दाऊद, अनीस, टाइगर मेमन सहित तमाम आरोपी इस ब्लास्ट के होने के बाद पांचवें दिन 17 मार्च को पाकिस्तान भाग गए थे। तब से मेरी जानकारी के अनुसार, ये सब लोग पाकिस्तान में ही हैं।'

1993 के मुंबई बम धमाकों के दौरान एमएन सिंह मुंबई क्राइम ब्रांच चीफ थे। उन्हीं के अंडर इस केस की जांच हुई थी। तब मुंबई के वर्तमान पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया क्राइम ब्रांच के डीसीपी थे।

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