Tuesday, April 21, 2009

एम. करुणानिधि ने रविवार को कहा कि वह लिट्टे प्रमुख वी. प्रभाकरन को आतंकवादी नहीं मानते।

डीएमके अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि ने रविवार को कहा कि वह लिट्टे प्रमुख वी. प्रभाकरन को आतंकवादी नहीं मानते। श्रीलंका की सेना और लिट्टे के बीच जारी लड़ाई में उनकी मौत हुई तो उन्हें दुख होगा। एक टीवी चैनल से करुणानिधि ने कहा, 'प्रभाकरन मेरे अच्छे दोस्त हैं। मैं कोई आतंकवादी नहीं हूं।' गौरतलब है कि प्रभाकरन राजीव गांधी हत्याकांड में घोषित अपराधी है। इस बीच कांग्रेस ने करुणानिधि के इस नजरिए को खारिज कर दिया। दिल्ली में पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि हम लिट्टे को आतंकवादी संगठन मानते हैं। टीवी कार्यक्रम में करुणानिधि के साथ उनकी बेटी और राज्यसभा सदस्य कोनीमाझी भी मौजूद थीं। करुणानिधि ने कहा- प्रभाकरन के संगठन के लोगों को आतंकवादी बनाया गया। लेकिन इसमें प्रभाकरन की गलती नहीं है। तमिल गुटों की आपसी लड़ाई की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर प्रभाकरन मारा गया, मुझे बेहद अफसोस होगा। लिट्टे का मकसद 'वाजिब' है, लेकिन उसने 'गलत तरीका' अख्तियार किया।

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