Monday, July 27, 2015

लीज भूखंडों को बेचा जा चुका

बीएमसी प्रशासन ने 4,200 भूखंडों को लीज पर दिया था। इनमें से 8 भूखंड बेचे जाने का मामला सामने आया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीएमसी ने जिन किराएदारों को जमीनें लीज पर दी थीं, उन्होंने बिना बीएमसी को बताए उन भूखंडों को बिल्डरों के नाम कर दिया। दादर, मांटुगा, नागपाडा व मांडवी इलाके के 8 भूखंडों का लेन-देन किराएदारों द्वारा किए जाने का खुलासा हुआ है।

सूत्रों के मुताबिक, बीएमसी ने 1936 में 4,200 भूखंडों को 999 सालों के लिए लीज पर दिया था। दादर-माटुंगा में नगर भू-क्रमांक 210 'सी' 586.12 स्क्वेयर फीट और नगर भू- क्रमांक '' 1201.52 स्क्वेयर फीट, इन दोनों जमीनों को बीएमसी ने फरवरी 1936 में ही 999 सालों के लिए त्रयंबकलाल कुबेरदास कटाकिया को किराए पर दिया था। इन दोनों ही भूखंडों को 2008 में नीतनाव कंस्ट्रक्शन के नाम पर किया जा चुका है। मांडवी स्थित नगर भू-क्रमांक 1902 और 1903 को बीएमसी ने आमिर कानोरवाला और सिराज दोहाडवाला को 999 सालों के लिए लीज पर दिया था।
दादर-माटुंगा स्थित नगर भू-क्रमांक 321 ई और 321 एफ को भी नवनीतलाल कनकिया, जसवंतलाल कनकिया और तापिदास दलाल को 964 सालों के लिए लीज पर दिया गया था। इन चारों भूखंडों को फिलहाल भोपाल असोसिएट्स को बेचा जा चुका है। नागपाडा स्थित नगर भू-क्रमांक 51 और 52 को बीएमसी ने रेऊबेन जॅकब मॅथेलान और रावसाहेब देवजी धरसी को 999 सालों के लिए लीज पर दिया था। इन दोनों ही भूखंडों को लकडवाला डिवेलपर्स को बेच दिया गया है।

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