Monday, July 6, 2015

गजेंद्र चौहान तथा अन्य किसी भी सदस्य की नियुक्ति रद करने की मांग उन्हें बिल्कुल मान्य नहीं

फिल्म ऐंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) के छात्रों ने अपनी हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है।  हड़ताली छात्रों के प्रतिनिधि यशस्वी मिश्रा ने रविवार की शाम फोन पर खास बातचीत में कहा, 'केंद्र सरकार के अड़ियल रुख के कारण वार्ता विफल हो गई है, लिहाजा 12 जून से जारी हमारा आंदोलन तब तक चलता रहेगा, जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं।'
गौरतलब है कि दिल्ली में FTII के छात्रों एवं पूर्व छात्रों के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता के दौरान केंद्रीय सूचना-प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि FTII की नई गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष पद पर गजेंद्र चौहान तथा अन्य किसी भी सदस्य की नियुक्ति रद करने की मांग उन्हें बिल्कुल मान्य नहीं, हां, संस्थान के विकास के मुद्दों पर सरकार की ओर से हर संभव सहयोग करने को वे पूरी तरह तैयार हैं।
रविवार को कैंपस में हुई बैठक के दौरान हड़ताली छात्रों ने इस बात पर असंतोष जताया कि केंद्र सरकार FTII की बिल्डिंग और सड़क बनवाने को तैयार है, क्लास रूम में एसी लगवाने को तैयार है, लेकिन अकैडमिक डिस्कोर्स के गंभीर मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने को तैयार नहीं है।
यशस्वी मिश्रा ने बताया कि सरकार हर वादा कर रही है, इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने की बात कर रही है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा और इसे विश्व स्तर का फिल्म प्रशिक्षण संस्थान बनाने के लिए कला क्षेत्र की किन विशिष्ट हस्तियों को जिम्मेदारी सौंपी जाए, इसकी चिंता उन्हें नहीं है, हमें एसी नहीं चाहिए, हम पेड़ के नीचे भी पढ़ लेंगे। बस, हमारा गुरु विद्वान और दमदार हो। मगर मंत्री जी हमारी बात सुनने को ही तैयार नहीं हैं। यही सबसे बड़ी बाधा है।'
छात्रों और सरकार के बीच विवाद में सैंडविच बने गजेंद्र चौहान (टीवी सीरियल 'महाभारत' के युधिष्ठिर) से रविवार की रात जब हमने पूछा कि क्या उन्हें पदभार ग्रहण करने के लिए दिल्ली से कोई निर्देश मिला है, तो उनका जवाब था, ' फिलहाल तो कोई निर्देश नहीं मिला है, मगर केंद्र सरकार ने स्पष्ट रूप से अपना रुख जाहिर कर दिया है कि नियुक्ति करना उसके अधिकार क्षेत्र में आता है और इसमे किसी तरह का हस्तक्षेप उसे स्वीकार्य नहीं।

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